आपने अक्सर सुना होगा कि, जब भी लोग ट्रेन से सफ़र कर रहे होते है, और यदि उनकी ट्रेन लेट है या किसी कारणवश ट्रेन आस पास नहीं है, और उसी समय यदि उन्हें टॉयलेट इस्तेमाल करने की ज़रूरत पड़ती है, तो वे या तो प्लेटफार्म पर बने टॉयलेट का इस्तेमाल करते है या फिर किसी खड़ी ट्रेन के अंदर जाकर टॉयलेट इस्तेमाल कर लेते है। शायद ऐसा आपके साथ भी हुआ होगा, परंतु क्या आपको पता है हाल ही में एक युवक ने ऐसा कुछ करा जिससे टॉयलेट इस्तेमाल करने पर युवक को 8000 रुपये देने पड़ गये।

दरअसल जिस युवक के साथ यह हुआ उसका नाम है अब्दुल कादिर, जो अपने परिवार के साथ हैदराबाद में रहता है और वह अपने परिवार सहित मध्यप्रदेश में स्तिथ सिंगरोली, अपने गाँव जा रहा था। तब अपनी ट्रेन का इंतज़ार करते हुए उसे टॉयलेट जाने की ज़रूरत हुई तब वह प्लेटफार्म पर बने टॉयलेट पर ना जाकर पास में खड़ी वन्दे मातरम् ट्रेन में चढ़ गया और उसका टॉयलेट इस्तेमाल करने लगा। जब वह आया तो उसकी आँखें खुली की खुली रह गई। दरअसल जब टॉयलेट इस्तेमाल करने के बाद अब्दुल कादिर बाहर आया तो उसने देखा कि ट्रेन का दरवाज़े बंद हो चुके है।
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8000 रुपये के पीछे की कहानी।
जब अब्दुल ने यह देखा कि ट्रेन के दरवाज़े बंद हो चुके है, तो उसने अलग अलग बोगियों में जाकर ट्रेन में मौजूद टीटी और पुलिस कर्मियों से मदद की माँग की, परंतु उन्होंने बताया कि ट्रेन के दरवाज़े का नियंत्रण सिर्फ़ ड्राइवर के हाथ में है, और ड्राइवर तक पहुँचने का कोई मार्ग नहीं था। आख़िर में, अब्दुल ने बिना टिकट यात्रा करने का 1020 रुपये का जुर्माना भरा। फिर वापस आने के लिए बस ली, गाँव जाने वाली ट्रेन के सभी टिकट को कैंसिल करा और फिर से गाँव जाने तक का खर्च, सभी को मिलकर अब्दुल को कुल 8000 रुपये खर्च करने पड़े।