दांत माँजते समय कही आप भी तो नहीं करते यह गलती, हो सकते हो बड़ी बीमारी का शिकार।

दांत माँजना सभी के दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, सभी व्यक्ति अपने दिन की शुरुवात दांत माँजने से ही करते है, और कई व्यक्ति रात्रि के समय सोने से पहले भी दांत माँजने को अपने जीवन का एक अहम हिस्सा बना लेते है। सभी के दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के बावजूद भी हर दिन कई लोग दांतों से परेशान रहते है। एक सर्वे के अनुसार 10 में से हर 3 लोगो के दांत में दर्द, कीड़ा लगना एक आम समस्या है।

हर दिन दांत साफ़ करने पर भी यदि दांतों या साँस की बदबू से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या रहती है तो आपको दांत माँजने के समय कई बात का ध्यान रखना ज़रूरी है। चलिए आज इस लेख में कुछ ऐसे बिंदुओं पर चर्चा की जाये जिनको यदि आप भूलकर भी नहीं करते तो रोज़ दांत माँजने पर भी आपके दांतों में समस्या उत्पन्न हो सकती है।

ब्रश के बदलना:

हमारे देश में यह एक आम समस्या है और यह समस्या इतनी गंभीर है कि इससे दांतों के साथ साथ कई और बीमारिया होने की संभावना रहती है। किसी भी प्रकार का ब्रश क्यों ना हो, सभी में कई कीटाणु पाये जाते है जो वक़्त के साथ बढ़ते जाते है, जिससे बचने के लिए अपने ब्रश को हर 3 महीने में बदलना बहुत ज़रूरी होता है।

दांत माँजने के समय:

यह समय से हमारा तात्पर्य वक्त को लेकर नहीं है, यह तात्पर्य है कि कितने समय तक दांत को मँजना चाहिए। यदि आप अपने दांतों को 2 मिनट से कम समय के लिये माँजते है तो उसको किसी प्रकार का कोई फ़ायदा नहीं। कम से कम 2 मिनट तक अपने दांतों को आपको मँजना चाहिए।

पानी से मुँह धोना:

अक्सर, दांत माँजने के बाद लोग पानी का इस्तेमाल करके मुँह धोते है। परंतु क्या आपको पता है कि, पानी आपके टूथपेस्ट में मौजूद फ्लूराइड की क्षमता को कम केआर देता है। इसके लिए ऐसे माउथवॉश माउथ रिंस का उपयोग करें जिसमें फ्लोराइड हो।

ब्रश को बाथरूम में खुले में रखना:

अधिकतर लोग अपना ब्रश को अपने बाथरूम में खुले में रखते है, जिससे उस ब्रश पर कई तरह की कीटाणु जामा हो जाते है। जब आप फ्लश करते है तो उससे कई कीटाणु हवा के साथ इधर उधर फैल जाते है, जिससे ब्रश में लगने का ख़तरा बढ़ जाता है, और वह आपको बीमार कर सकता है।

जीभ को साफ़ ना करना:

यह एक आम समस्या है, जिसकी वजह से कई लोगो की सास में बदबू आने लगती है और पेट की कई समस्या पैदा हो जाती है। इससे बचने के लिए दांत माँजते समय अपनी जीभ को साफ़ करना बिलकुल ना भूले।

ब्रश पकड़ने का एंगल:

अक्सर लोग ब्रश को पकड़कर आगे पीछे करके अपने डाट माँजने लगते है, परंतु यदि आपको अपने दांतों को अच्छे से साफ़ करने है, तो आपको ब्रश को 45 डिग्री के एंगल में पकड़कर छोटे छोटे गोलाकार स्ट्रोक बनाएं (गोल गोल घुमाए) यह दांत साफ़ करने की सबसे अच्छी तकनीक है।

ब्रश के बाल कठोर होना:

दांत भले ही काफ़ी मज़बूत हो परंतु जिससे वह जुड़े होते है यानी की मसूड़े , वह कठोर बालों वाले ब्रश से चील जाते है और खून आने लगता है, जिससे बचने के लिए ब्रश हमेशा मुलायम बालों वाला ही इस्तेमाल करना चाहिए।

साथ ही, यदि आप अपने दांतों को लंबी अवधि तक स्वस्थ रखना चाहते है तो, 2 बार ब्रश करना ज़रूरी है।

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