Chat GPT, एक ऐसा AI टूल है, जिसने बहुत ही कम समय में खूब चर्चा बटोरी है, और देखते देखते यह दुनिया के हर इंसान की ज़िंदगी से जुड़ गया। कई लोग इसका इस्तेमाल करके अपने स्कूल का काम करने लगे तो कई लोग इसकी मदद से अपने ऑफिस के काम भी आसानी से और जल्दी करने लगे।
क्या है Chat GPT?
Chat GPT, जिसका पूरा नाम Chat Generative Pre-trained Transformer है, अस्तित्व में 30 नवंबर 2022 को आया। जब OpenAI नाम की कंपनी ने इस टूल का निर्माण किया, OpenAI के CEO Sam Altman है, जिन्होंने Chat GPT जैसा बेहद ही ताकतवर AI टूल बनाया। यह एक ऐसे टूल है जो आपके सभी प्रश्नों के उत्तर कुछ सेकंड्स में देने की क्षमता रखता है, इसको बनाए वाली टीम ने दुनिया के सारे पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर इस तरह से इसमें कोड करे है, की एक ही प्रश्न के उत्तर को 10 अलग अलग तरह से देने की क्षमता रखता है।

आख़िर कैसे इतने एक टूल ने कर दिया कंपनी को कंगाल?
Chat GPT पर आने वाले लोगो की संख्या जिस हिसाब से बड़ी है, वैसे आज तक ही किसी की बड़ी हो। वर्तमान समय की बात कड़ी जाये तो, डेढ़ बिलियन लोग इस टूल को हर महीने इस्तेमाल करते है। यह संख्या लोगो की है ना कि कुल कितनी बार इस टूल को खोजा गया है, यदि हम यह बताये कि कुल एक महीने में इस टूल के वेबसाइट को कितनी बार खोला गया है, तो आपके होश उड़ जाएँगे, इस टूल की वेबसाइट को एक महीने में 6 बिलियन बार खोला गया है।
तो चलिए, आज इस लेख में आपको बताते है, की आख़िर इतने दमदार टूल ने कैसे कर दिया कंपनी को कंगाल। दरअसल, इस टूल को चलाने के एक दिन का खर्च $700,000 प्रति दिन, (लगभग Rs. 5.8 करोड़) जिसके लिये अभी निवेशकों के पैसों को लगाया जा रहा, क्यूकी कंपनी के पास इतना पैसा नहीं है की वह प्रतिदिन इतना खर्च एक मुफ़्त टूल को चलाने के लिए लगा सके, और एनालिटिक्स इंडिया मैगज़ीन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर Sam Altman के नेतृत्व वाली कंपनी जल्द ही लाभ नहीं कमाती है और यह 2024 के अंत तक दिवालिया हो सकती है, तो वे कंपनी बंद कर सकते हैं।