2 जून को ओड़िसा के बालासोर में हुए बेहद ही दर्दनाक हादसे में पुलिस ने रेलवे के 3 अधिकारियो को गिरफ़्तार किया है। इस हादसे में जहां 3 रेल एक दूसरे से टकराई थी, में 292 लोगो की दर्दनाक हालत में मौत हो गई थी, जिसके बाद इस मामले की जाँच CBI के हाथों में सौप दी गई थी। आपको बता दें की बालासोर से लगभग रोज़ की 170 ट्रेन गुजरती है, जिसको इस हादसे के बाद CBI ने बंद कर दिया था और कई चीज़ जाँच के लिये सील कर दी गई थी।

क्या क्या चीज़ CBI जाँच के चलते सील हुई थी? आपको बता दें की जब इस हादसे की जाँच CBI को सौपी गई थी तब CBI ने लॉग बुक, रिले पैनल और अन्य उपकरण को सील करके स्टेशन को बंद कर दिया था।
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CBI की जाँच में क्या हुआ? आपको बता दें की CBI ने अपनी जाँच में 3 अधिकारियो को दोषी पाया है और उनके ऊपर धारा 201 (सबूतों के साथ छेड़छानी, या ग़लत ख़बर देना या गुमराह करना) और धारा 304 के तहत ग़ैर इरादतन का मुक़दमा दर्ज करा है, जिसमे अरुण कुमार महंत (जूनियर इंजीनियर) Md. आमिर खान (जूनियर सेक्शन इंजीनियर) और पप्पू कुमार (तकनीशियन) शामिल हैं। आपको बता दें की ग़ैर इरादतन में अपराध की घंबीरता को देखकर आजीवन कारावास, जुर्माना, या कठोर कारावास की सज़ा मिल सकती है।