Credit card करते है इस्तेमाल, तो भूलकर भी ना करे ये गलतिया, नहीं तो देना पड़ जाएगा बैंक को दोगुने से ज़्यादा पैसा।

Credit Card Scam: क्रेडिट कार्ड, एक ऐसा कार्ड जिसके ज़रिए बैंक पैसा कमाता है, और आपको खर्च उठाता है, और एक महीने बाद वापस लेता है, या तो धीरे धीरे EMI के तौर पर लेता है। अगर हम भारत की बात करे तो आज Credit Card की मार्केट 1.13 लाख करोड़ भारतीय रुपये है, जो हर साल 9% के दर से बड़ती जा रही है। दरअसल, क्रेडिट कार्ड एक ऐसा कार्ड होता है, जो बैंक आपको देता है जिससे आप अपने कार्ड के लिमिट के हिसाब से खर्च कर सकते हो, और बैंक को वो पैसा 45 दिन बाद लौटा सकते हो। साथ ही यदि कोई बड़े रक़म का समान ख़रीदा है, तो बैंक को आप थोड़ा थोड़ा करके हर महीने पैसे देकर यह पैसा भर सकते है।

अब, बात यह आती है, की यदि Credit Card इतनी सहूलियत देता है, तो इसमें scam शब्द क्यों आया, तो चलिए आज हम आपको इस लेख में बताते है, की कैसे क्रेडिट कार्ड की वजह से आपकी जेब से ज़्यादा पैसा खर्च होता है।

कुछ साल पहले, क्रेडिट कार्ड सिर्फ़ उन्हीं को दिया जाता था जिनकी मासिक आय अच्छी होती थी, फिर उसके बाद एक शब्द आया EMI जिसे हम Equated Monthly Instalment भी कहते है, जिसके द्वारा कोई भी पैसे (कर्ज) का भुगतान करने के लिए हर महीने कुछ पैसे देने होते है और तब तक देने होता है, जब तक पूरा ऋण ख़त्म ना हो जाये। इसके आने के बाद बैंक्स ने अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए क्रेडिट कार्ड हर किसी को देने का फ़ैसा किया, जिसमे एक बहुत ही आकर्षित शब्द लिखा गया “EASY EMI” जिसे हमने ऊपर समझा।

इस वैसी EMI के आने से कम मासिक आय वाले भी वो चीज़ ख़रीदने लगे जो महेंगी है और जिनकी उनको उतनी ज़रूरत नहीं है पर दुनिया में उसका चलन है, जिसके बाद वह अपने खर्च किए पैसों को देने के लिए EMI का इस्तेमाल करने लगते है। अब हर EMI पर 12 से 15 प्रतिशत का ब्याज लगता है, मतलब अगर कोई चीज़ 10,000 रुपये की ख़रीदी, तो बैंक को उसमे EMI के साथ 11,500 रुपये देने पड़ेंगे, जिससे वह चीज़ अपने असली क़ीमत से महँगी हो गई। इसके बाद भी यदि कोई बैंक 0% ब्याज दर की EMI देता है, तो एक ऐसे चीज़ है, जिससे कई लोग अनजान है।

वह है, Minimum Due या न्यून्यतम कर्ज राशि, जो की बहुत कम होती है, अगर हमारी मासिक EMI 1000 रुपये है, तो Minimum Due या न्यून्यतम कर्ज राशि 250 रुपये होगी, और यदि कोई व्यक्ति सिर्फ़ यह राशि भरता है, तो बची हुई राशि पर बैंक 12-24 प्रतिशत ब्याज दर लगाने लगती है, जिससे अनजाने में आपको 12 से 24 प्रतिशत तक का नुक़सान उठाना पड़ता है, और यह बात कोई भी बैंक कर्मचारी खुद से आपको नहीं बताता है। तो यदि आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते है, तो इन सभी बातो का आप ध्यान रखे और उतना ही क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करे जीतने में EMI नहीं बनानी पड़े।

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