Google: गूगल आज एक ऐसा सर्च इंजन है जो दुनियाभर मे सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है, गूगल ने अपनी मार्केट इस हद तक बड़ा ली है, की कई लोगो के लिये इंटरनेट का मतलब ही गूगल है, जबकि सही मायने मे गूगल मात्र एक सर्च इंजन है जिसका उपयोग कोई भी जानकारी प्राप्त करने की लिए करा जाता है। गूगल के इस मोनोपॉली (monopoly) के चलते आज ना चाहते हुए भी गूगल सब पर नज़र रहे हुए है, आप क्या करते हो, कहा जाते हो क्या खाते हो, इस सबका डेटा गूगल के डेटा सेंटर्स पीरी उपलब्ध है।
तो आइए जानते है ऐसा कैसे हुआ, बात तब भी है जब smartphones स्मार्टफोनस का जमाना नहीं था, तब सभी प्राइवेसी हक़ीक़त मे प्राइवेसी होती थी। पर स्मार्टफोनस आने के बाद से वक़्त मानो बदल सा गया है, आज कल हर कोई स्मार्टफोनस इस्तेमाल करता है, जिस्म कंपनी से ही कुछ एप्लिकेशंस या ऐप्स डाली हुई होती है और जिन्हें आप हटा भी सकते, वह कुछ ऐप्स होती है गूगल ऐप्स, जैसे Google Maps, Google Search, Google Play Story आदि। इन सभी ऐप्स के ज़रिए गूगल आप पर नज़र रहता रहता है।

जब भी आप कही किसी नयी जगह जाते है, या कुछ सर्च करते है, तो आपने देखा होगा गूगल आपको वहाँ के एड्स दिखाने लगता है, ऐसा इसीलिए होता है क्यूकी गूगल को पता है कि आप क्या कर रहे है, क्यूकी हमने जाने अनजाने मे गूगल को परमिशन दे रखी होती है की वो हमारे फ़ोन के ज़रिये हम पर नज़र रख सकता है जिससे गूगल के पास सारा डेटा चला जाता है जो बहुत बार लीक भी हुआ है और हैकर्स ने कई डेटा का इस्तेमाल करके बहुत ग़ैर क़ानूनी काम भी करे है। इन सबसे बचने के लिए गूगल की जितनी भी ऐप्स आपके फ़ोन मे है, को डिलीट करके सिर्फ़ उन ऐप्स को रहे जो आप रोज़ इस्तेमाल करते है और उनकी सेटिंग पर जाकर लोकेशन सर्विस और दूसरी परमिशंस को बंद कर दे। ऐसा करने से पूर्णतः तो नहीं परंतु है, गूगल की नज़रों से आप काफ़ी हद् तक बच सकते है।