कुछ दिनों से हिंडनबर्ग का नाम भारत मे एक चर्चा का विषय बना हुआ है।जब से हिंडनबर्ग ने भारत के सबसे अमीर व्यक्ति अड़ानी, के ग्रुप अड़ानी ग्रुप के ख़िलाफ़ एक रिपोर्ट बनाई, और जिस रिपोर्ट के मुताबिक अड़ानी ग्रुप के कम्पनीज़ के फंडामेंटल्स स्ट्रॉंग नहीं है। यह रिपोर्ट सामने आते ही अड़ानी के शेयर्स मैं भारी गिरावट देखने को मिले। अड़ानी ग्रुप के सारे स्टॉक्स नीचे गिरते गये।
अड़ानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अड़ानी की माने तो हिंडनबर्ग की रिपोर्ट मे जैसा कहा गया है, वो बिलकुल सही नहीं है और उनके कम्पनीज़ के फंडामेंटल्स काफ़ी मज़बूत है।अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के आरोप का असर सबसे ज्यादा असर गौतम अडानी की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों पर देखने को मिला था। लेकिन अब यही शेयर तूफान मचा रहा है। निचले स्तर से शेयर में जोरदार तेजी देखी जा रही है। तीन फरवरी Adani Enterprises के शेयर 35 फीसदी की गिरावट के साथ एक साल के निचले स्तर 1017 रुपये पर पहुंच गया था। उस दिन शेयर में लोअर सर्किट पर लोअर सर्किट लग रहा था।
जाने हिंडनबर्ग कंपनी क्या है और यह क्यों रिपोर्ट्स तयार करती है।

हालांकि इस शेयर का 52 वीक हाई 4190 रुपये है. जो दिसंबर 2022 में देखने को मिला था। दरअसल हिंडनबर्ग के खुलासे का सबसे ज्यादा अडानी एंटरप्राइजेज पर देखने को मिला था। 24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर खुलासे किए और ठीक तीन दिन बाद 27 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज का FPO ओपन हुआ। FPO के जरिये कंपनी 20 हजार करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। इश्यू भी पूरा सब्सक्राइब हो गया था। लेकिन शेयरों में लगातार गिरावट की वजह से कंपनी FPO वापस लेना का फैसला किया और निवेशकों के पैसे लौटा दिए गए। क्योंकि 31 दिसंबर को FPO का आखिरी दिन था, उस दिन शेयर गिरकर 2800 रुपये के करीब पहुंच गया था। जबकि FPO का प्राइस 3112-3,276 रुपये के बीच किया गया था।
लेकिन अब शेयरों में जिस तरह से तेजी देखने को मिल रही है, उससे लगता है कि कंपनी हिंडनबर्ग के आरोपों से उबर चुकी है। अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में पिछले दो दिनों से जोरदार तेजी बनी हुई है। बुधवार को लगातार दूसरे दिन अडानी विल्मर के शेयर में अपर सर्किट लग गया। जबकि आज अडानी पॉवर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा है।