हिंडनबर्ग एक अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी है। रिसर्च फर्म का फोकस एक्टिविस्ट शॉर्ट-सेलिंग पर है। यह 2017 में नाथन एंडरसन द्वारा स्थापित किया गया था, और यह न्यूयॉर्क शहर में स्थित है। 1937 के हिंडनबर्ग आपदा के नाम पर, जिसे वे मानव निर्मित परिहार्य आपदा के रूप में चिह्नित करते हैं, फर्म अपनी वेबसाइट के माध्यम से सार्वजनिक रिपोर्ट तैयार करती है जो कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और दुर्भावना का आरोप लगाती है।कंपनियां जो उनकी रिपोर्ट का विषय रही हैं, उनमें अदानी समूह, निकोला, क्लोवर हेल्थ, कंडी, और लॉर्डस्टाउन मोटर्स शामिल हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च, दरअसल एक शॉर्ट-सेलिंग करने वाली फर्म है। इस फर्म ने बीते 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर अपनी ‘शेयरों की कीमतों में छेड़छाड़ और अकाउंटिंग हेरफेर’ करने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट सामने आते अडानी ग्रुप के शेयर भर-भरा कर गिरने और उनकी कुल वैल्यू अबतक करीब 117 अरब डॉलर घट चुकी है। यह इतिहास में किसी कारोबारी समूह की वैल्यू में आई तब की सबसे बड़ी गिरावटों में से एक है।

हालाकि , इसके बाद रिपोर्ट्स के कई पहलू सामने आये, कई लोगो का माने तो हिंडनबर्ग कंपनी यह जान केआर करती है, जिससे वह एक अच्छी कंपनी के शेयर कम दामों मे ख़रीद कर मुनाफ़ा कमाए। लोगो की माने तो हिंडनबर्ग रिपोर्ट बनकर शेयर गिरवाती है, और फिर उन शेयर्स को कम दामों मे ख़रीद लेती है। जिससे जब वह कंपनी के शेयर फिर से बड़ते है तो हिंडनबर्ग को कई करोड़ का मुनाफ़ा हो जाये।अब सच्चाई तो कुछ हिंडनबर्ग ही बता सकती है कि वह रिपोर्ट्स बनाकर और शेयर गिरकर कैसे पैसे बनती है।